Gandhi Jayanti Shayari 2021 | गांधी जयंती पर शायरी
धैर्य का छोटा हिस्सा भी,
एक टन उपदेश से बेहतर है।
धैर्य का छोटा हिस्सा भी,
एक टन उपदेश से बेहतर है।
सीधा साधा भोला भाला मैं ही सब से सच्चा हूँ,
कितना भी हो जाऊं बड़ा माँ आज भी तेरा बच्चा हूँ।
अब क्या करोगे मेरे पास आ कर,
खो दिया तुमने मुझे बार बार आजमा कर।
प्यारी बहन को प्रेम के साथ,
मुबारक हो भाई दूज का त्यौहार।
गुलाम नहीं है हम किसी के बाप के,
शिव शम्बू भक्त है हम आपके।
एक नहीं दो – दो मात्राएं,
नर से भारी नारी।
लक्ष्य की और बढाये गए, छोटे छोटे कदम,
बाद मे विशाल लक्ष्य, भी हासिल करा देता।
तुम साथ हो तोह दुनिया अपनी सी लगती है,
वर्ना सीने से साँसे भी पराई सी लगती है।
बेहद प्यार से सारी परेशानी दूर कर जाते है,
तेरे लब जब जब मेरे लबो के हो जाते है।
एक ही तमन्ना , एक ही आरजू,
बाहों की पनाह में तेरे , सारी जिंदगी गुजर जायें।